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Sunday, January 25, 2009
बेसिक एजूकेशन बरेली में गबन घोटालों का खेल,गरिवों का हक डकार रहे है bhrashtachari
बरेली में जैसा मैने देखा और अनुभव किया,भ्रष्टाचार और घोटालों में यहाँ वोही तस्वीर है जैसे कि देश के दूसरे हिस्सों में मौजूद है,गरीवों को मिलने वाली सरकारी इमदाद का यहाँ भी बैसे ही बंदरबांट और लूट खसोट,अफरा तफरी मची है ,यहाँ भी नियमऔर कानून ताक़ में रखे है ,राम नाम कि लूट है,लूट सके तो लूट,बेसिक एजूकेशन में एजूकेशन फॉर अल प्रोजक्ट के सरकारी अनुदानों का ऐसा दुरूपयोग शायद ही किसी और विभाग में इस स्तर तक गबन और घोटालों कि भेंट चढ़ रहो हो.बेसिक एजूकेशन जिला स्तर से लेकर स्कूल स्तर सब कुछ निर्धारित योजना और पूर्व निर्धारित प्रकिर्या के अनुसार किया जा रहा है,हर किसी का अपना अपना काम और हिस्सेदारी निर्धारित है,जीकी जैसी ज़िम्मेदारी वैसी उसकी भागीदारी,जैसा पड़ वैसा कद।
ये मेरी कोरी कल्पना या मात्र सोच या संधेह नही,ये हकीकत का जिंदा सबूत है ,जिसको जांचने परखने के बाद ही आप तक पहुंचाने का प्रयास देश कि गरीव जनता के हितों कि हिफाज़त और सरकारधन (अनुदान) के दुरूपयोग और गबन रोकने के उद्देश से जनहित में जारी किया जा रहा है.आइये आपको बरेली के बेसिक स्कूलों और कार्यालयों में चल रहे भ्रष्टाचार गबन और घोटालों के कुछ उदाहरण पुख्ता सबूतों के साथ पनप रहे इस खेल से अवगत करें –
१- स्थान बरेली से ६६ कि मी कि दूरी पर स्थित प्राईमरी स्कूल गोठा,जोकि दम्खोदा ब्लाक और तहसील बहेडी एरिया में स्थित बेसिक एजूकेशन का स्कूल है यहाँ वर्ष १९९९-२००८ के अगस्त माह तक गावन का एक बड़ा घोटाला किया जा रहा था ,और आठ वर्षों तक इस खेल कि किसी को भनक तक नही लगी गावं के गरीब अभिभाबक भले ही चीखते चिल्लाते रहे,कुछ एक अधिकारिओं से शिकायत भी कुछ लोगों द्वारा इस संभंध में कि गई पर उनकी सुनता कौन है,जबकि सभी लोग अधिकारी और कर्मचारिओं कि मिलीभगत से ये खेल चल रहा था ,ये स्कूल दो शिक्चा
प्रस्तुतकर्ता gangajal from bareli पर 12:57 AM
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